मामले में पुलिस 3 आरोपियों को पूर्व में ही गिरफ्तार कर भेज चुकी है जेल
प्रार्थी के सिर से खून निकलने लगा, तभी प्रार्थी की हल्ला गुल्ला को सुनकर कियोस्क बैंक से सटे एक दुकान से प्रार्थी की दादी मृतक उर्मिला बाई आई और आरोपियों से बोलने लगी कि उसके पोते पर क्यों हमला कर रहे हो, तभी कट्टा पकड़े आरोपी ने प्रार्थी की दादी उर्मिला बाई के ऊपर फायरिंग कर दी, जिससे उसकी दादी की मौके पर ही मृत्यु हो गई। उक्त रिपोर्ट पर थाना कांसाबेल में आरोपियों के खिलाफ बी एन एस की धारा 309(5), 332(ख), 109, 103(1), 61(2), 111, 311, 312 व 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया था।
चूंकि मामला अत्यंत संवेदनशील था अतः वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के द्वारा आरोपीयों को पकड़ने हेतु कई पुलिस की टीम बनाई गई थी जो कि मौके से मिले सबूतों के आधार पर पर अपनी जांच को आगे बढ़ा रही थी, साथ ही पुलिस के द्वारा मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय किया गया था, व पुलिस की टेक्निकल टीम की भी मदद ली जा रही थी इसी दौरान पुलिस को पता चला था कि ग्राम बटईकेला का ही एक आरोपी रातु राम उम्र 29 वर्ष निवासी बटईकेला लालगौड़ा उक्त लूट की घटना में शामिल था, जिस पर पुलिस के द्वारा आरोपी रातु राम को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसके द्वारा अपराध स्वीकार करते हुए पुलिस को बताया गया था कि, कि वह एक प्रकरण में जेल में बंद था।
उसी दौरान उसकी मुलाकात मास्टरमाइंड रवि उरांव से हुई थी, जेल से निकलने पर एक दिन रवि उरांव के द्वारा उससे संपर्क कर बताया गया, कि वह एक लूट की योजना बना रहा है, जिस पर आरोपी रातु राम के द्वारा ग्राम बटईकेला स्थित एक ग्राहक सेवा केंद्र (कियोस्क बैंक) को लूट हेतु चिन्हित किया गया था व उसके द्वारा बैंक रेकी कर उसकी जानकारी आरोपी रवि उरांव को देता था, तभी रवि उरांव के द्वारा लूट को अंजाम देने के लिए, उसके एक अन्य साथी पितुल राम, निवासी ग्राम सीरिमकेला थाना दुलदुला से संपर्क किया गया, तब पितुल राम के द्वारा अपने भाई सीतुल राम को कहने पर सीतुल राम ने लूट की घटना को अंजाम देने हेतु आरोपी रवि उरांव को अपनी मोटर साइकल को रुपए की लालच में दे दिया था।
विवेचना के दौरान पुलिस के द्वारा घटना स्थल से गोली की कारतूस व घटना में प्रयुक्त मोटर साइकल को जप्त कर, लूट व हत्या को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी रातु राम सहित घटना से जुड़े दोनों आरोपियों पितुल राम व सितुल राम को हिरासत में लेकर विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया था। घटना का मास्टरमाइंड रवि उरांव घटना दिनांक से ही फरार था, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह के नेतृत्व व दिशानिर्देश पर पुलिस की टीम लगातार फरार आरोपी रवि उरांव की पतासाजी कर रही थी, जिसके लिए पुलिस ने अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय करते हुए, पुलिस की टेक्निकल टीम की भी मदद ली जा रही थी।
इसी दौरान पुलिस की टेक्निकल टीम व मुखबिर की सूचना से पुलिस को पता चला कि फरार आरोपी रवि उरांव रांची (झारखंड) में है, जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर के द्वारा टीम गठित कर आरोपी रवि उरांव को पकड़ने झारखंड रवाना की गई, जिनके द्वारा झारखंड पुलिस क्रमशः रांची के पुंदाग चौकी व डोरंडा थाना के पुलिस स्टॉफ के सहयोग से घटना का फरार मास्टर माइंड रवि उरांव को रांची से हिरासत में लेकर वापस लाया गया। जशपुर पुलिस के द्वारा आरोपी रवि उरांव को पकड़ने हेतु लगातार प्रयास किया जा रहा था, इसी क्रम में एक बार वह पूर्व के किसी प्रकरण में पेशी हेतु जिला न्यायालय जशपुर में भेस बदल कर पहुंचा था, पुलिस के द्वारा उसे ट्रेस कर लिया गया था।
परंतु आरोपी रवि उरांव इतना शातिर था कि पुलिस की भनक लगते ही, वह अपने साथ लाए स्कूटी से भागने लगा, पुलिस के द्वारा जब उसका पीछा किया जा रहा था, तब वह एक जंगल के पास अपनी स्कूटी को छोड़कर व अपने कपड़े को उतारकर जंगल का फायदा उठाते हुए फरार हो गया था दूसरी बार जशपुर पुलिस के द्वारा आरोपी रवि उरांव को ट्रेस करते हुए उसके गृह ग्राम में उसे पकड़ने हेतु उसके घर की घेराबंदी की गई थी, परंतु वह फिर पुलिस को चकमा देते हुए, पुलिस की घेराबंदी को तोड़कर फरार हो गया था, परंतु जशपुर पुलिस के द्वारा अपने तीसरी प्रयास में अत्यंत ही प्रोफेशनल तरीके से रांची में घेराबंदी की गई थी, जिससे आरोपी रवि उरांव को भागने का मौका नहीं मिला, अंततः पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
पुलिस की पूछताछ पर आरोपी रवि उरांव के द्वारा अपराध स्वीकार करने व प्रयाप्त अपराध सबूत पाए जाने पर विधिवत गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। यहां यह बताना आवश्यक है कि घटना का मास्टरमाइंड रवि उरांव आदतन अपराधी है, उसके द्वार चौकी मनोरा क्षेत्रांतर्गत बैंक में भी लूट को अंजाम दिया गया था साथ ही थाना गुमला में भी रवि उरांव के विरुद्ध चोरी के कई मामले दर्ज हैं, जिसमें वह पूर्व में जेल भी जा चुका है। मामले की कार्यवाही व फरार आरोपी की गिरफ्तारी में साइबर सेल जशपुर से निरीक्षक मोरध्वज देशमुख, उप निरीक्षक नसीरुद्दीन अंसारी, सहायक उप निरीक्षक नसीरुद्दीन अंसारी, प्रधान आरक्षक अनंत मिराज किस्पोट्टा, आरक्षक अनील सिंह व थाना प्रभारी कांसाबेल उप निरीक्षक सुनील सिंह, प्रधान आरक्षक नारायण सिंह व इग्नेसियस केरकेट्टा, आरक्षक शिवचंद की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
"जशपुर पुलिस ने बहुत ही प्रोफेशनल ढंग से थाना कांसाबेल क्षेत्रांतर्गत ग्राम बटईकेला में हुए लूट व हत्या मामले में फरार आरोपी रवि उरांव को रांची झारखंड से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा है। आरोपी को पकड़ने में शामिल सभी अधिकारी/कर्मचारियों को नगद ईनाम से पुरस्कृत किया जाएगा–(वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, शशि मोहन सिंह, जशपुर)