पत्थलगांव(दिपेश रोहिला) । नवरात्र जैसे पावन पर्व के दौरान जहां मंदिरों और पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है, वहीं बार-बार डगमगाती विद्युत व्यवस्था लोगों की आस्था पर गहरा आघात पहुंचा रही है। पत्थलगांव में बिजली कटौती अब आम बात बन चुकी है। हल्की बारिश हो या तेज बरसात, यहां तक कि बिना किसी कारण भी बिजली घंटों गुल रहती है। इससे न सिर्फ आमजन बल्कि उत्सव में शामिल श्रद्धालु भी भारी परेशानी झेल रहे हैं।
करीब दो महीनों से क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति चरमराई हुई है। आए दिन फाल्ट और ट्रांसफार्मर खराब होने से बिजली व्यवस्था ठप हो जाती है। कई बार तो ट्रांसफार्मरों में आग तक लग चुकी है, मगर विभाग की ओर से अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकाला गया है। लोग समय पर बिजली बिल अदा कर रहे हैं, फिर भी उन्हें नियमित और निर्बाध आपूर्ति नहीं मिल रही। इससे उपभोक्ताओं में गहरी नाराजगी पनप रही है।
शहर के लोग बताते हैं कि विभागीय कर्मचारी हमेशा काम में जुटे नजर आते हैं, लेकिन ट्रांसफार्मरों की कमी और लापरवाह प्रबंधन के कारण समस्या जस की तस बनी हुई है। हर बार छोटी-मोटी मरम्मत कर खानापूर्ति कर दी जाती है, मगर स्थायी समाधान के प्रयास नदारद हैं। परिणामस्वरूप आम जनता को त्योहारों के मौके पर अंधेरे में पूजा-पाठ करने की नौबत आ रही है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि नवरात्र जैसे बड़े अवसर पर जब पूरे नगर में रोशनी और भक्ति का माहौल होना चाहिए, तब बिजली कटौती से पूरा वातावरण बाधित हो रहा है। उनका प्रश्न है कि आखिर कब तक लोग बिजली जैसी मूलभूत सुविधा के लिए जूझते रहेंगे? यदि विभाग ने इस ओर गंभीरता नहीं दिखाई तो आने वाले समय में आक्रोश और भी बढ़ सकता है।







