आज ही माता ने किया था महिषासुर का वध, सत्य और धर्म की राह पर चलें तो समाज एवं राष्ट्र दोनों तीव्र गति से विकास की ओर बढ़ेगा – विधायक गोमती साय
पत्थलगांव(दिपेश रोहिला)। विजयादशमी के पावन अवसर पर नगर का ऐतिहासिक मंडी दशहरा मैदान गुरुवार की रात हजारों लोगों का साक्षी बना। धर्म और असत्य के संघर्ष की प्रतीक इस रात को जैसे ही भगवान श्रीराम के बाण से 45 फीट ऊंचे रावण का वध हुआ, पूरा मैदान जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा। विशालकाय पुतला आतिशबाजियों के बीच धधक उठा और वातावरण दीपावली की भांति आलोकित हो गया। इससे पूर्व नगर में भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, माता सीता और पवनपुत्र हनुमान की भव्य झांकी सजाई गई। आकर्षक रथ पर विराजमान पावन स्वरूपों के साथ निकली शोभायात्रा में आतिशबाजियों व कर्मा नृत्य के दलों ने माहौल को दिव्यता प्रदान कर दिया। आसपास के गांवों से उमड़ी अपार भीड़ इस आयोजन की भव्यता को और भी शानदार बना रही थी। इस मौके पर कार्यक्रम की शुरुआत मंचासिन अतिथियों का समिति के सदस्यों द्वारा पुष्पगुच्छ के स्वागत किया गया।
मंच पर मुख्यअतिथि के रूप में उपस्थित सरगुजा आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष एवं क्षेत्रीय विधायक श्रीमती गोमती साय ने बताया कि आज ही माता ने महिषासुर का वध किया था, वहीं विजयादशमी का पर्व सत्य, न्याय और धर्म की विजय का सन्देश देता है। उन्होंने कहा कि सत्य भले ही कठिनाईयों से गुजरता है, किंतु उसकी पराजय कभी संभव नहीं। रावण भगवान शिव का परम भक्त और अद्वितीय विद्वान था, जिसने कठोर तप से अनेक शक्तियां प्राप्त की थीं, फिर भी उसका अहंकार उसे पतन की ओर ले गया। श्रीमती साय ने कहा कि रावण स्वयं चाहता था कि उसका अंत केवल भगवान के हाथों हो। यद्यपि वह महान ज्ञानी था, किंतु अहंकार ने उसे अधर्म के मार्ग पर अग्रसर किया। इसीलिए भगवान श्रीराम ने उसका संहार कर लोककल्याण का कार्य किया। विधायक ने स्पष्ट कहा कि “अति का अंत केवल भगवान के पास है” और यही संदेश समाज के प्रत्येक व्यक्ति को आत्मसात करना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि यदि हम सत्य और धर्म की राह पर चलें तो समाज एवं राष्ट्र दोनों तीव्र गति से विकास की ओर बढ़ सकते हैं। अपने संबोधन में उन्होंने वर्तमान परिस्थितियों की ओर इंगित करते हुए कहा कि हम सभी को विदेशी वस्तुओं का परित्याग करना चाहिए। आयातित उत्पादों पर निर्भरता धीरे–धीरे समाज को कमजोर बना रही है। यदि हम सभी स्थानीय वस्तुओं को अपनाएं और भारत में निर्मित उत्पादों का उपयोग करें, तो देश आत्मनिर्भर और सशक्त बनेगा।
आगे विधायक गोमती साय ने जहां समाज को सत्य व धर्म की राह पर चलने की प्रेरणा दी, वहीं दूसरी ओर रावण दहन के समय उपस्थित जनसमूह ने परंपरागत जयघोषों के साथ विजयादशमी का साक्षात उत्सव अनुभव किया।
उक्त कार्यक्रम में भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष सुनील अग्रवाल, पूर्व मंडल अध्यक्ष अनिल मित्तल, वर्तमान मंडल अध्यक्ष अंकित बंसल, एसडीओपी डॉ ध्रुवेश जायसवाल, विशाल विजयादशमी महोत्सव समिति के अध्यक्ष सुनील गर्ग मुख्य रूप से उपस्थित रहे, वहीं मंच का संचालन जिले के वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिपाठी एवं विजयादशमी महोत्सव समिति के सदस्यों द्वारा किया गया। इस दौरान उपाध्यक्ष जय प्रताप सिंह राजपूत, अतुल त्रिपाठी, अवधेश गुप्ता, बब्बू मेहरा, असीम गुप्ता, रेवा धीवर सहित अन्य सदस्य आयोजन में सक्रिय रूप से जुटे रहे। सुरक्षा की दृष्टि से भी प्रशासन ने पूरे आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराया।
पत्थलगांव एसडीपीओ डॉ. ध्रुवेश जायसवाल, थाना प्रभारी विनीत पाण्डेय के साथ पुलिस विभाग की पूरी टीम चौकसी में डटी रही। भीड़भाड़ के बीच किसी प्रकार की अव्यवस्था या असामाजिक तत्वों की हरकतों को रोकने के लिए सुरक्षा बलों ने मुस्तैदी से कार्य किया। कार्यक्रम स्थल पर पुलिस जवान तैनात थे, जिसके कारण दर्शकों ने पूरे आयोजन का आनंद शांति और उत्साह के साथ लिया।
आपको बता दें कि इस वर्ष भी आयोजन ने न केवल धार्मिक आस्था को प्रगाढ़ किया, बल्कि एकता का अद्भुत संदेश दिया। नगरवासियों ने एकजुट होकर अधर्म पर धर्म की विजय का उत्सव मनाया और संकल्प लिया कि वे जीवन में सदैव सच्चाई व कर्तव्य की राह पर चलकर राष्ट्र की प्रगति में योगदान देने के लिए तत्पर रहेंगे।


















