पत्थलगांव(दिपेश रोहिला) । शारदीय नवरात्रि के नौ दिनों की साधना, उपासना और भक्ति के पश्चात आज गुरुवार को पत्थलगांव नगर माता दुर्गा के जयकारों से गूंज उठा। यहां स्थित आधा दर्जन से अधिक दुर्गोत्सव समितियों द्वारा माता जगदंबिका की प्रतिमाओं का विसर्जन बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा भाव से किया जा रहा। नगर के तीनों प्रमुख मार्ग अंबिकापुर रोड, जशपुर रोड और रायगढ़ रोड से सजे–धजे वाहनों में आकर्षक झांकियों, ढोल–नगाड़ों और कर्मा नृत्य की लय में भक्तिमय वातावरण का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है।
आकर्षक साज-सज्जा ने खींचा श्रद्धालुओं का ध्यान–
सुबह से ही नगर में उत्साह और उमंग का वातावरण बना हुआ है। जहां मां दुर्गा के समितियों द्वारा माता की प्रतिमाओं को आकर्षक सजावट से सुसज्जित वाहनों में विराजमान किया गया है। कहीं पुष्पों से सजी झांकी तो कहीं एक ही प्रकार के वस्त्र धारण किए भक्त दिखाई दे रहे हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के चेहरों पर उल्लास झलक रहा है। नगरवासी अपने घरों के बाहर खड़े होकर झांकियों के स्वागत करने को आतुर हो रहे हैं और माता के जयकारों से पूरा माहौल गूंजायमान हो उठा है।
ढोल–नगाड़े और डीजे पर थिरक रहे भक्त–
विसर्जन रैली में सबसे आकर्षक दृश्य ढोल–नगाड़ों की गूंज और भक्ति गानों में डीजे की धुन है, युवा वर्ग डीजे की ताल पर नृत्य कर रहे हैं, वहीं पारंपरिक वाद्य यंत्रों की थाप पर कर्मा नृत्य की शानदार प्रस्तुति ने वातावरण को और भी आध्यात्मिक बनाया हुआ है। महिलाएं भी झूमकर माता के भजनों और गीतों पर नृत्य करती नजर आ रही हैं जोकि यह दृश्य हर किसी को मंत्रमुग्ध कर रहा।
नगर के तीनों मार्गों से गुजरकर नदी और तालाबों में प्रतिमा होगी विसर्जन–
विसर्जन यात्रा का मार्ग नगर के तीनों मुख्य रास्तों से होकर निकाला जा रहा है। अंबिकापुर रोड, जशपुर रोड और रायगढ़ रोड पर हजारों श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए उमड़ पड़े हैं। जगह–जगह श्रद्धालु फल, फूल और नारियल अर्पित कर माता का आशीर्वाद ले रहे। समाजसेवियों ने श्रद्धालुओं के लिए जलपान की भी व्यवस्था की हुई है। इस अवसर पर पूरे नगर में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मानो दीपावली से पहले ही रोशनी और उत्सव का रंग बिखर गया हो।
आध्यात्मिकता और आस्था का छाया अद्भुत संगम–
आपको बता दें कि नवरात्रि के नौ दिनों तक पत्थलगांव नगर एवं आसपास के ग्रामों में माता दुर्गा की भक्ति का माहौल छाया रहा। प्रतिदिन मां के नौ रूपों की पूजा–अर्चना की गई। भक्तों ने व्रत रखकर और अनुष्ठानों में भाग लेकर अपनी आस्था व्यक्त की। आज जब विसर्जन रैली निकल रही है तो हर कोई भावुक हो उठा। भक्तों ने माता से अपने जीवन में सुख–समृद्धि, शांति और कल्याण की कामना की।
पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था के किए हैं पुख्ता इंतजाम–
नगर में विसर्जन रैली को देखते हुए जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के दिशा निर्देश पर एसडीओपी डॉ ध्रुवेश जायसवाल के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी विनीत पाण्डेय के नेतृत्व में पत्थलगांव पुलिस के जवानों ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हुए हैं। नगर के मुख्य चौक–चौराहों पर पुलिस जवान तैनात किए गए हैं, ताकि रैली के दौरान किसी भी प्रकार की असामाजिक तत्वों द्वारा हुड़दंगबाजी एवं अव्यवस्था की स्थिति निर्मित ना हो। यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस की टीम भी तैनात की गई है। प्रशासन रैली को सकुशल और शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने में जुटी हुई है।
सामूहिक विसर्जन ने बढ़ाई भक्ति की गरिमा–
प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी नगर के दुर्गा उत्सव समितियों ने एक साथ रैली में शामिल होकर सामूहिक विसर्जन की परंपरा को और भी भव्य बना दिया है। यह दृश्य नगरवासियों को आपसी एकता और सामूहिक संस्कृति का संदेश दे रहा था। दुर्गा मंदिर समिति के सदस्य एवं वार्ड क्रमांक 5 के पार्षद मनीष अग्रवाल ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी विसर्जन यात्रा को भव्य बनाने में नगरवासियों ने बढ़-चढ़कर सहयोग दिया। किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो उसे लेकर समिति के सदस्य प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं।
भक्तों में भावुकता और उल्लास का मिश्रण–
माता के विसर्जन के दौरान भक्तों की आंखें नम भी दिख रही और चेहरों पर उत्साह भी झलक भी। एक ओर जहां भक्त माता को विदा करते हुए भावुक हो उठे हैं तो वहीं दूसरी ओर इस विश्वास के साथ आनंदित भी हो रहे कि अगले वर्ष फिर से मां दुर्गा अपने भक्तों के बीच आएंगी। "जय माता दी" और "बोलो दुर्गा मैया की जय" के नारों से पूरा नगर गूंज उठा है। पत्थलगांव में दुर्गा विसर्जन केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक भी है। यहां हर वर्ग, हर आयु के लोग बिना किसी भेदभाव के इस आयोजन में शामिल होते हैं। कर्मा नृत्य जैसे पारंपरिक नृत्यों की प्रस्तुति इस आयोजन को और भी विशेष बनाती है। इससे आने वाली पीढ़ियों को अपनी संस्कृति से जुड़ने का अवसर मिलता है। नगर में निकली माता की भव्य विसर्जन रैली आस्था, भक्ति और सांस्कृतिक उत्सव का अनूठा संगम रही। हर कोई इस दिव्य वातावरण में डूबकर आनंदित हो उठा है।















